📖 (Nayyar Shaikh • ऑडियो फॉर्मेट • इब्न-कसीर की किताब पर आधारित • अत्यंत असरअंगेज़ इस्लामी पोस्ट)
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
कायनात की तख़्लीक़ के बाद अब शुरू होती है इंसानियत की पहली कहानी—हज़रत आदम (अलैहिस्सलाम) की तख़्लीक़। यह वह मुक़ाम है जहाँ अल्लाह ने अपनी रहमत, अपनी कुदरत और अपने नूर से एक ऐसे इंसान को पैदा किया जो आगे चलकर तमाम इंसानों का बाप बनने वाला था।
यह पोस्ट Nayyar Shaikh के खूबसूरत अंदाज़े-बयान और इमाम इब्न-कसीर की किताब क़िस्सास-उल-अंबिया की रोशनी में तैयार की गई है।
🌍 आदम (अ.स) की तख़्लीक़ – एक नूरानी शुरुआत
अल्लाह तआला ने जब इस ब्रह्मांड को मुकम्मल कर दिया, तब उसने ऐसा मक़सद पेश किया जो फ़रिश्तों के लिए भी नया था।
यानी एक ऐसी मख़लूक़ जो सोच सके, समझ सके, सीख सके, और हक़-बात को आगे बढ़ा सके।
यहीं से शुरू होता है एक नूरानी सफर—इंसानियत का सफर।
🧡 मिट्टी से लेकर रूह तक – आदम (अ.स) का बनना
👼 इब्लीस का इनकार – घमंड का पहला जुर्म
यहीं से शुरू होती है उसकी बर्बादी, उसकी लानत, और इंसान-शैतान के बीच सदियों तक चलने वाली जंग।
🌟 इस पोस्ट का रोहानी असर
🎧 🎤 AUDIO (Urdu + Hindi) – Nayyar Shaikh
इस पोस्ट में उसी असरअंगेज़ ऑडियो को भी एम्बेड किया गया है जिसमें तख़्लीक़-ए-आदम को एक दिल छू लेने वाले अंदाज़ में बयान किया गया है। आप सुनते हुए ऐसा महसूस करेंगे जैसे आप क़िस्सास-उल-अंबिया के पन्नों में चल रहे हों।
👇 Audio Player (Embed):
✨ दुआ ✨
बेटे आरिज़ अंसारी (16-August-2014 to 23-October-2025) के लिए सदक़ा-ए-जारीया
हम अपने प्यारे बेटे Aariz Ansari (Rahimahullah) की प्यारी याद में यह नेक ‘सदक़ा-ए-जारीया’ पेश करते हैं। अल्लाह ﷻ इस अमल को उसके लिए नूर, रहमत और मग़फ़िरत का ज़रिया बनाए। उसके क़ब्र को रोशन करे और उसे जन्नतुल फ़िरदौस में ऊँचा मुक़ाम अत़ा फरमाए।
ऐ अल्लाह! हमारे इस छोटे से अमल को कबूल फरमा, और इसे हमारे बेटे आरिज़ अंसारी के लिए इसे ऐसा सदक़ा-ए-जारीया बना दे जिसका अज्र क़यामत तक लिखा जाता रहे – आमीन।

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